Public representatives should give account of their work among the
मंगलवार को बक्सर के डुमरांव में भाकपा (माले) महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने माले विधायक डॉ. अजीत कुमार सिंह के पांच साल के कार्यकाल की रिपोर्ट का लोकार्पण किया। भट्टाचार्य ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला और कहा कि BJP देश की संपत्तियों को कुछ बड़े उद्योगपतियों के हाथों में सौंप रही है। उन्होंने बिहार में नौजवानों के पलायन और प्रवासी बिहारियों के मताधिकार पर चिंता जताई। इस सभा में इंडिया गठबंधन के विभिन्न दलों के नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए।
दीपंकर भट्टाचार्य का केंद्र सरकार पर हमला
भट्टाचार्य ने अपने संबोधन में केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना की। उन्होंने कहा, “BJP जल-जंगल-जमीन और देश की संपत्तियों को अडानी-अंबानी के हवाले कर रही है।” उन्होंने बिहार के युवाओं के पलायन पर चिंता व्यक्त की और कहा कि वे मजबूरी में अपना घर छोड़ रहे हैं।
- BJP पर देश की संपत्तियां बेचने का आरोप
- बिहार के नौजवानों के पलायन पर चिंता
- प्रवासी बिहारियों के मताधिकार पर खतरा
लोकतंत्र और जनप्रतिनिधियों की जवाबदेही
भट्टाचार्य ने लोकतांत्रिक मूल्यों पर जोर देते हुए कहा, “जनप्रतिनिधि जनता के बीच अपने कामकाज का हिसाब दें, यही लोकतंत्र की खूबसूरती है।” उन्होंने ‘बदलो सरकार, बदलो बिहार’ के नारे को जनता की आवाज बताया।
इंडिया गठबंधन की उपलब्धियां और चुनौतियां
भट्टाचार्य ने SIR के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में मिली जीत का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग को तीन बार पीछे हटना पड़ा और आधार को दस्तावेज के रूप में मान्यता दिलाई गई। सभा में RJD, कांग्रेस, CPI, VIP समेत इंडिया गठबंधन के कई नेता मौजूद थे। भट्टाचार्य ने कहा कि असली चुनौती गरीब, किसान और नौजवान विरोधी नीतियों को बदलने की है।
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