अंजड़ में खिलाड़ियों के लिए नहीं है मैदान: सीएम राइज स्कूल बनने
मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के अंजड़ नगर में खेल मैदानों की गंभीर कमी से स्थानीय खिलाड़ी परेशान हैं। नगर में वर्तमान में केवल एक ही खेल मैदान बचा है, जो अमृतानंद शासकीय महाविद्यालय में स्थित है। इस कमी के कारण युवा खिलाड़ियों को प्रैक्टिस के लिए रोज बड़वानी जाना पड़ रहा है। यह स्थिति खिलाड़ियों के शारीरिक और मानसिक विकास को प्रभावित कर रही है, साथ ही कई युवाओं ने खेलना ही छोड़ दिया है। इस समस्या के समाधान के लिए स्थानीय प्रशासन से मदद की उम्मीद की जा रही है।
खेल मैदानों की कमी का प्रभाव
अंजड़ नगर, जो फुटबॉल और हॉकी के लिए प्रसिद्ध रहा है, अब खेल मैदानों की कमी से जूझ रहा है। राजपुर रोड स्थित स्कूल में सीएम राइज स्कूल के निर्माण के बाद वहां का खेल मैदान भी खो गया है। इस स्थिति का सीधा असर स्थानीय खिलाड़ियों पर पड़ रहा है:
- युवा खिलाड़ियों को प्रैक्टिस के लिए रोज बड़वानी जाना पड़ता है
- कई खिलाड़ियों ने खेलना छोड़ दिया है
- बच्चे सोशल मीडिया पर अधिक समय बिता रहे हैं
- खिलाड़ियों का शारीरिक और मानसिक विकास प्रभावित हो रहा है
खिलाड़ियों की प्रतिक्रिया
सीनियर फुटबॉल खिलाड़ी अमजद मंसूरी ने बताया कि मैदान की कमी से युवा खिलाड़ियों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। फुटबॉल खिलाड़ी विवेक पाटीदार ने कहा कि इस समस्या के कारण कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी खेल छोड़ने को मजबूर हो गए हैं। हॉकी खेलने वाली बालिकाओं को भी अपनी प्रतिभा निखारने के लिए बड़वानी जाना पड़ता है।
समाधान की उम्मीद
इस समस्या के समाधान की दिशा में कुछ प्रयास किए जा रहे हैं। शासकीय महाविद्यालय के प्रोफेसर सुरेश काग ने बताया कि वर्तमान मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपने उच्च शिक्षा मंत्री के कार्यकाल में खेल मैदान के उन्नयन की घोषणा की थी। इस संबंध में अधिकारियों के साथ पत्राचार जारी है। स्थानीय खिलाड़ी और निवासी उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही इस समस्या का समाधान निकलेगा और अंजड़ नगर फिर से खेल प्रतिभाओं का केंद्र बन सकेगा।
स्रोत: लिंक