भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता: टैरिफ विवाद के बाद फिर शुरू हुई बातचीत
मंगलवार को नई दिल्ली में भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते पर बातचीत फिर से शुरू हुई। यह बैठक अमेरिका द्वारा भारतीय सामानों पर 50% टैरिफ लगाए जाने के बाद पहली बार हुई। अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व असिस्टेंट ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव ब्रेंडन लिंच ने किया, जबकि भारतीय पक्ष का प्रतिनिधित्व वाणिज्य विभाग के विशेष सचिव राजेश अग्रवाल ने किया। इस बैठक में दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते की छठी दौर की वार्ता के लिए समय निर्धारित करने की उम्मीद है, जो पहले टैरिफ विवाद के कारण स्थगित कर दी गई थी।
अमेरिकी प्रतिनिधि ब्रेंडन लिंच का प्रोफाइल
ब्रेंडन लिंच अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कार्यालय में एक वरिष्ठ अधिकारी हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत अंतरराष्ट्रीय व्यापार विश्लेषक के रूप में की और धीरे-धीरे उच्च पदों पर पहुंचे।
- जॉर्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी से MBA
- यूनाइटेड स्टेट्स इंटरनेशनल ट्रेड कमीशन में काम
- 2013 में USTR से जुड़े
- 2016-2018: भारत के लिए USTR कार्यालय के निदेशक
- 2024 से: दक्षिण और मध्य एशिया के लिए USTR सहायक
लिंच के प्रमुख कार्य और जिम्मेदारियां
वर्तमान में, लिंच 15 देशों के साथ अमेरिकी व्यापार नीति के विकास और क्रियान्वयन की देखरेख करते हैं। उनकी जिम्मेदारियों में भारत-अमेरिका व्यापार नीति मंच का प्रबंधन और क्षेत्रीय साझेदारों के साथ व्यापार और निवेश ढांचा समझौतों के तहत गतिविधियों का समन्वय शामिल है।
व्यापार वार्ता पर टैरिफ का प्रभाव
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते की पांच दौर की वार्ता पूरी हो चुकी थी। हालांकि, छठे दौर की बातचीत से पहले ही अमेरिका ने रूसी तेल खरीद के मुद्दे पर भारत पर अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया। इससे पहले लागू 25% टैरिफ को बढ़ाकर 50% कर दिया गया, जिसके कारण दोनों देशों के बीच व्यापार वार्ता रुक गई थी।
यह नवीनतम बैठक द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को पटरी पर लाने का एक प्रयास है। दोनों पक्षों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे टैरिफ मुद्दों पर सहमति बनाएं और व्यापार समझौते की दिशा में आगे बढ़ें, जो द
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