AI तकनीकी से पकड़ा गया मुन्ना भाई: भतीजे की जगह डमी कैंडिडेट
जयपुर पुलिस ने एक बड़े परीक्षा घोटाले का पर्दाफाश किया है। पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा के दौरान AI तकनीक की मदद से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया, जो अपने भतीजे की जगह परीक्षा दे रहा था। यह मामला तब सामने आया जब बायोमेट्रिक जांच में दूसरे व्यक्ति का नाम आया। इस घटना ने परीक्षा प्रणाली में मौजूद खामियों और तकनीकी उपायों की आवश्यकता पर प्रकाश डाला है। परीक्षा में धोखाधड़ी का खुलासा जयपुर के मुरलीपुरा स्थित शहीद हिम्मत सिंह गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया था। इस दौरान बायोमेट्रिक जांच में एक अनियमितता पकड़ी गई। जांच में पाया गया कि एक व्यक्ति पहले भी किसी अन्य के नाम से परीक्षा दे
परीक्षा में धोखाधड़ी का खुलासा
जयपुर के मुरलीपुरा स्थित शहीद हिम्मत सिंह गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया था। इस दौरान बायोमेट्रिक जांच में एक अनियमितता पकड़ी गई। जांच में पाया गया कि एक व्यक्ति पहले भी किसी अन्य के नाम से परीक्षा दे चुका है।
- भूपेन्द्र गुर्जर (20) और धर्मवीर गुर्जर (22) को हिरासत में लिया गया
- भूपेन्द्र ने अपने भतीजे धर्मवीर के नाम पर पहले भी परीक्षा दी थी
- धर्मवीर वर्तमान में बिना परीक्षा दिए टीचर ट्रेनिंग कर रहा है
AI तकनीक की भूमिका
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक ने इस धोखाधड़ी को पकड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बायोमेट्रिक डेटा का मिलान और पहचान की पुष्टि AI के माध्यम से की गई, जिससे यह पता चला कि एक ही व्यक्ति अलग-अलग नामों से परीक्षा दे रहा था।
मामले की जांच और कार्रवाई
डीसीपी (वेस्ट) हनुमान प्रसाद के अनुसार, आरोपी भूपेन्द्र गुर्जर ने 1 जून 2023 को अपने भतीजे धर्मवीर के नाम पर प्री डीएलएड परीक्षा दी थी। इस धोखाधड़ी के कारण धर्मवीर बिना परीक्षा दिए ही केबीएम टीचर ट्रेनिंग कॉलेज में बीएसटीसी कर रहा है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर आगे की जांच शुरू कर दी है।
स्रोत: लिंक