बिहार विधानसभा चुनाव 1995: लालू यादव की ऐतिहासिक जीत
1995 के बिहार विधानसभा चुनाव में लालू प्रसाद यादव की जनता दल पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया। 324 सदस्यीय विधानसभा में पार्टी ने 167 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल किया। यह जीत लालू यादव की राजनीतिक ताकत और जनता के बीच उनकी लोकप्रियता का प्रमाण थी। हालांकि इस जीत के पीछे ‘चारा घोटाला’ जैसा बड़ा संकट छिपा था, जो बाद में सामने आया। इस चुनाव ने बिहार की राजनीति में एक नया अध्याय शुरू किया, जिसने राज्य के भविष्य को प्रभावित किया।
लालू यादव की जनता दल का प्रचंड बहुमत
1995 का बिहार विधानसभा चुनाव लालू प्रसाद यादव के लिए ऐतिहासिक साबित हुआ। उनकी जनता दल पार्टी ने कुल 324 सीटों में से 167 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल किया। यह जीत राज्य की राजनीति में एक बड़े बदलाव का संकेत थी।
- जनता दल ने 324 में से 167 सीटें जीतीं
- स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बनाने का मौका मिला
- लालू यादव की लोकप्रियता चरम पर पहुंची
जनता की उम्मीदें और बदलाव की चाह
इस चुनाव में बिहार की जनता ने बड़े पैमाने पर बदलाव की उम्मीद जताई। लोगों को लगा कि लालू यादव के नेतृत्व में राज्य की तस्वीर बदलेगी। सामाजिक न्याय और गरीबों के उत्थान के नारे ने लोगों को आकर्षित किया।
चारा घोटाले का साया
हालांकि इस बड़ी जीत के पीछे एक बड़ा संकट छिपा था – ‘चारा घोटाला’। यह घोटाला बाद में सामने आया और बिहार की राजनीति को हिलाकर रख दिया। इसने लालू यादव की छवि को भारी नुकसान पहुंचाया और उनके राजनीतिक करियर पर गहरा असर डाला। यह घटना बिहार के विकास और राजनीतिक स्थिरता के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई।
यह जानकारी आधिकारिक/विश्वसनीय स्रोतों पर आधारित है और पाठकों के लिए सरल भाषा में प्रस्तुत की गई है।
यह जानकारी आधिकारिक/विश्वसनीय स्रोतों पर आधारित है और पाठकों के लिए सरल भाषा में प्रस्तुत की गई है।
स्रोत: लिंक