दुर्ग शिक्षा संभाग के जेडी सस्पेंड: सरगुजा में पदस्थापना के दौरान
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में स्कूल शिक्षा विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई की है। विभाग ने दुर्ग संभाग के संयुक्त संचालक (जेडी) हेमंत उपाध्याय को निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई उन पर लगे गंभीर अनियमितताओं, स्वेच्छाचारिता और अनुशासनहीनता के आरोपों के कारण की गई है। निलंबन आदेश 12 सितंबर को जारी किया गया। इस कदम को नए शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव की पहली बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है। यह घटना शिक्षा प्रशासन में सुधार और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
निलंबन के कारण और प्रभाव
हेमंत उपाध्याय पर सरगुजा में पदस्थ रहने के दौरान गंभीर अनियमितताएं करने का आरोप है। विभाग द्वारा जारी निलंबन आदेश में स्पष्ट किया गया है कि उन्हें तत्काल प्रभाव से डीपीआई (निदेशक, लोक शिक्षण संचालनालय) में अटैच किया जा रहा है। यह कार्रवाई शिक्षा विभाग में अनुशासन और पारदर्शिता सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
- हेमंत उपाध्याय पर स्वेच्छाचारिता और अनुशासनहीनता के आरोप
- तत्काल प्रभाव से डीपीआई में अटैच
- दुर्ग संभाग का अतिरिक्त प्रभार डिप्टी डायरेक्टर आरएल ठाकुर को सौंपा गया
पूर्व विवाद और कार्रवाइयां
यह पहली बार नहीं है जब हेमंत उपाध्याय विवादों में आए हैं। इससे पहले भी उन पर सहायक शिक्षकों के प्रमोशन और ट्रांसफर प्रकरण में मनमानी करने का आरोप लगा था। उस समय भी उन्हें निलंबित किया गया था। यह बार-बार की कार्रवाइयां दर्शाती हैं कि शिक्षा विभाग अधिकारियों के व्यवहार और कार्यप्रणाली पर कड़ी नजर रख रहा है।
शिक्षा विभाग की कार्रवाई का महत्व
इस कार्रवाई को नए शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव की पहली बड़ी पहल के रूप में देखा जा रहा है। यह कदम शिक्षा प्रशासन में सुधार लाने और अधिकारियों को जवाबदेह बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण संकेत है। इस तरह की कार्रवाइयां न केवल विभाग में अनुशासन सुनिश्चित करती हैं, बल्कि शिक्षा व्यवस्था में समग्र सुधार की दिशा में भी एक सकारात्मक कदम हैं।
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