लालू यादव की दरगाह पर चादरपोशी से बिहार में सियासी माहौल
बिहार में चुनावी माहौल के बीच राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने पटना हाईकोर्ट दरगाह पर चादरपोशी कर सियासी हलचल मचा दी है। शुक्रवार को उर्स के मौके पर लालू ने परिवार सहित दरगाह पहुंचकर राज्य में शांति के लिए दुआ मांगी। इस कदम को बीजेपी और जदयू ने तुष्टिकरण की राजनीति करार दिया है। लालू के इस कार्यक्रम ने चुनाव से पहले धार्मिक राजनीति को हवा दे दी है, जिससे विपक्षी दल उनकी आलोचना कर रहे हैं। लालू यादव की दरगाह यात्रा का विवरण राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने शुक्रवार को पटना हाईकोर्ट दरगाह पर चादरपोशी की। उर्स के अवसर पर लालू अपने परिवार के साथ दरगाह पहुंचे और चादर चढ़ाकर बिहार में सुख-शांति की कामना की। इस
लालू यादव की दरगाह यात्रा का विवरण
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने शुक्रवार को पटना हाईकोर्ट दरगाह पर चादरपोशी की। उर्स के अवसर पर लालू अपने परिवार के साथ दरगाह पहुंचे और चादर चढ़ाकर बिहार में सुख-शांति की कामना की। इस दौरान उन्होंने कहा कि वे प्रदेश में लोगों के बीच:
- मेल-जोल और प्रेम
- शांति और सद्भाव
- तरक्की और विकास
के लिए दुआ मांग रहे हैं। लालू ने इस यात्रा की तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी शेयर कीं।
विपक्षी दलों की प्रतिक्रिया
लालू यादव की इस गतिविधि पर बीजेपी और जदयू ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी प्रवक्ता रामसागर सिंह ने इसे एक विशेष समुदाय को खुश करने की कवायद बताया। उन्होंने कहा कि लालू कभी शंकर भगवान को जल नहीं चढ़ाते और हमेशा तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं।
राजनीतिक प्रभाव और विश्लेषण
जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने लालू पर व्यक्तिगत लाभ के लिए धार्मिक कार्यक्रमों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि लालू अपने बेटे को मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनवाने की मन्नत मांग रहे हैं। विपक्ष का मानना है कि यह कदम चुनावी फायदे के लिए उठाया गया है। हालांकि, लालू के समर्थक इसे सामाजिक सद्भाव का प्रतीक मान रहे हैं। यह घटना बिहार में धार्मिक राजनीति को नया आयाम दे सकती है।
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