Skip to content

इस बार छठ पर 11 घंटे में बिहार, राजधानी भी इस ट्रेन

1 min read

इस बार छठ पर 11 घंटे में बिहार, राजधानी भी इस ट्रेन

भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में तेजी से वृद्धि हो रही है। पिछले एक साल में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में 200% से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। सरकार द्वारा दी जा रही सब्सिडी और प्रोत्साहन योजनाओं के कारण लोगों का रुझान इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर बढ़ रहा है। इससे न केवल प्रदूषण कम होगा बल्कि ईंधन आयात पर निर्भरता भी कम होगी। हालांकि चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी अभी भी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में उछाल पिछले एक वर्ष में भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में जबरदस्त वृद्धि देखी गई है। आंकड़ों के अनुसार, 2022 की तुलना में 2023 में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में 200% से अधिक की बढ़ोतरी

इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में उछाल

पिछले एक वर्ष में भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में जबरदस्त वृद्धि देखी गई है। आंकड़ों के अनुसार, 2022 की तुलना में 2023 में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में 200% से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। इस वृद्धि के पीछे कई कारण हैं:

  • सरकार द्वारा दी जा रही सब्सिडी और प्रोत्साहन
  • पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतें
  • पर्यावरण के प्रति बढ़ती जागरूकता
  • इलेक्ट्रिक वाहनों की तकनीक में सुधार

सरकारी प्रोत्साहन योजनाएं

केंद्र सरकार ने फेम इंडिया योजना के तहत इलेक्ट्रिक वाहनों पर सब्सिडी दी है। इसके अलावा कई राज्य सरकारों ने भी अपनी इलेक्ट्रिक वाहन नीतियां लागू की हैं। दिल्ली सरकार ने तो इलेक्ट्रिक वाहनों पर रोड टैक्स और रजिस्ट्रेशन फीस माफ कर दी है। इन प्रोत्साहनों से इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमतें काफी कम हो गई हैं।

See also  2025 Bihar Assembly Election Prep Begins in Jamui

चुनौतियां और भविष्य की संभावनाएं

हालांकि इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में तेजी से विकास हो रहा है, लेकिन कुछ चुनौतियां अभी भी बनी हुई हैं। सबसे बड़ी चुनौती है चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी। लंबी दूरी की यात्रा के लिए पर्याप्त चार्जिंग स्टेशन नहीं हैं। इसके अलावा बैटरी की उच्च लागत भी एक समस्या है। लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में इन समस्याओं का समाधान हो जाएगा। सरकार और निजी कंपनियां मिलकर चार्जिंग नेटवर्क का विस्तार कर रही हैं। बैटरी तकनीक में भी लगातार सुधार हो रहा है। उम्मीद है कि अगले 5-10 वर्षों में भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों का बाजार काफी बड़ा हो जाएगा।

स्रोत: लिंक