वर्ल्ड आर्चरी चैंपियनशिप- दीपिका व्यक्तिगत वर्ग में भी हारी: 15 साल
दक्षिण अफ्रीका के ग्वांगजू में चल रही वर्ल्ड आर्चरी चैंपियनशिप 2025 में भारत के लिए मिश्रित परिणाम सामने आए हैं। अनुभवी तीरंदाज दीपिका कुमारी राउंड ऑफ 32 में हार गईं, जबकि 15 वर्षीय युवा खिलाड़ी गाथा खडके ने शानदार प्रदर्शन करते हुए प्री-क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई है। गाथा अब अपने करियर की सबसे बड़ी चुनौती का सामना करेंगी, जब वे शुक्रवार को दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी लिम सी-ह्योन से भिड़ेंगी। इस टूर्नामेंट में भारत ने पहले ही कंपाउंड वर्ग में स्वर्ण और रजत पदक जीत लिए हैं।
दीपिका की हार, गाथा की जीत
छठी बार वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा ले रहीं दीपिका कुमारी को इंडोनेशिया की दियानंदा चोइरुनिसा ने 6-4 से हराया। दीपिका ने शुरुआत में पिछड़ने के बाद वापसी की, लेकिन अंतिम सेट में महत्वपूर्ण मौके पर 8 अंक पर निशाना साधकर मैच गंवा दिया।
वहीं, 15 वर्षीय गाथा खडके ने अपने पहले वर्ल्ड चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने तीसरे दौर में दुनिया की 8वें नंबर की खिलाड़ी जर्मनी की मिशेल क्रॉपेन बाउर को 6-4 से हराकर सबको चौंका दिया।
- गाथा ने पहले दौर में अजरबेजान की फातिमा हुसैनली को 7-1 से हराया
- दूसरे दौर में ब्रिटेन की थिया रोजर्स को 6-0 से मात दी
- तीसरे दौर में वर्ल्ड नंबर-8 मिशेल क्रॉपेन बाउर को 6-4 से हराया
गाथा की अगली बड़ी चुनौती
अब गाथा का सामना शुक्रवार को होने वाले प्री-क्वार्टर फाइनल में दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी लिम सी-ह्योन से होगा। यह मुकाबला गाथा के करियर का सबसे बड़ा टेस्ट होगा। गाथा भारत के लिए रिकर्व वर्ग में 6 साल बाद पहला मेडल जीतने की उम्मीद हैं।
भारत का प्रदर्शन और आगे की उम्मीदें
इस वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत ने अब तक कंपाउंड वर्ग में दो पदक जीते हैं – पुरुष टीम में स्वर्ण और मिश्रित टीम में रजत। रिकर्व वर्ग में अब सारी उम्मीदें युवा गाथा पर टिकी हैं। 2019 के बाद से भारत इस वर्ग में कोई पदक नहीं जीत पाया है।
गाथा की सफलता भारतीय तीरंदाजी के लिए ए
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