गाड़ी में तेज़ संगीत बजाना पड़ सकता है भारी, जानें क्या हैं नियम
गाड़ी चलाते समय तेज़ आवाज़ में संगीत बजाना न केवल खतरनाक है, बल्कि कानूनी रूप से भी अपराध है। मोटर वाहन अधिनियम के तहत इस पर भारी जुर्माना लग सकता है। तेज़ संगीत ड्राइवर का ध्यान भटकाता है और दूसरे वाहनों के हॉर्न या आपातकालीन वाहनों की सायरन सुनने में बाधा डालता है। यह सड़क सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा करता है। इस लेख में हम इससे जुड़े नियमों और जुर्माने की जानकारी देंगे। तेज़ संगीत से जुड़े कानूनी प्रावधान मोटर वाहन अधिनियम में गाड़ी चलाते समय तेज़ आवाज़ में संगीत बजाने पर कड़े दंड का प्रावधान है। इसके तहत: प्रेशर हॉर्न के इस्तेमाल पर 10,000 रुपये तक का जुर्माना साइलेंस ज़ोन में तेज़ संगीत या हॉर्न बजाने पर
तेज़ संगीत से जुड़े कानूनी प्रावधान
मोटर वाहन अधिनियम में गाड़ी चलाते समय तेज़ आवाज़ में संगीत बजाने पर कड़े दंड का प्रावधान है। इसके तहत:
- प्रेशर हॉर्न के इस्तेमाल पर 10,000 रुपये तक का जुर्माना
- साइलेंस ज़ोन में तेज़ संगीत या हॉर्न बजाने पर 2,000 रुपये का चालान
- गाड़ी चलाते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल भी अपराध (नेविगेशन को छोड़कर)
- 90 दिनों में चालान न भरने पर गाड़ी ब्लैकलिस्ट और मामला कोर्ट में जा सकता है
तेज़ संगीत से होने वाले खतरे
गाड़ी में तेज़ संगीत बजाने से कई गंभीर खतरे पैदा हो सकते हैं। यह ड्राइवर का ध्यान भटकाता है और उसे सड़क पर होने वाली अन्य आवाज़ें सुनने से रोकता है। इससे दुर्घटना का खतरा बढ़ जाता है। कई बार एम्बुलेंस की सायरन न सुनाई देने से मरीजों की जान भी खतरे में पड़ सकती है।
सुरक्षित ड्राइविंग के लिए सुझाव
सुरक्षित ड्राइविंग के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव हैं:
- संगीत का वॉल्यूम हमेशा नियंत्रण में रखें
- आसपास के लोगों को संगीत सुनाई न दे
- सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करें
- दूसरों की सुरक्षा और शांति का ध्यान रखें
याद रखें, सड़क पर आपकी छोटी सी लापरवाही किसी की जान ले सकती है। इसलिए जिम्मेदार नागरिक बनें और सुरक्षित यात्रा का आनंद लें। गाड़ी में संगीत सुनें, लेकिन सीमित आवाज़ में। क्योंकि नियमों का उल्लंघन करने पर न केवल भारी जुर्माना लग सकता है, बल्कि यह दूसरों के लिए भी खतरनाक हो सकता है।
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